
खामेनेई की सुरक्षा बढ़ाई गई, ईरान इजराइल के हमलों से घबराया हुआ है।
इजराइल की ओर से लेबनान के बेरूत में किए गए विध्वंसक हमले के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है. कई मीडिया रिपोर्ट में खामेनेई पर हमले की आशंका व्यक्त की गई है. जिसके बाद ईरानी फोर्स ने सुप्रीम लीडर को किसी सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर दिया है. इसके साथ-साथ ईरान अपने सभी प्रॉक्सी से भी बातचीत कर रहा है. कुछ रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इजराइल पर एक साथ बड़े हमले की तैयारी भी की जा रही है.ईरानी स्टेट मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है ईरान की IRGC मिसाइल फोर्स किसी भी वक्त हमले के लिए पूरी तरह से तैयार है. इसके अलावा एयर फोर्स को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है और फाइटर जेट पूरी तरह से एक्टिव मोड में हैं. इसके अलावा ईरान ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम को भी एक्टिव कर दिया है.
ईरानी दूतावास बोला- हमले का उचित जवाब दिया जाना चाहिए
बेरूत में मौजूद ईरानी दूतावास का कहना है कि इजराइल की ओर से किया गया हमला एक खतरनाक गेम चेंजर साबित हो सकता है. उसने अटैक को अपराध करार देते हुए कहा कि इसका उचित दंड दिया जाना चाहिए. ईरानी दूतावास के इस टिप्पणी के बाद से माना जा रहा है कि ईरान चुप नहीं बैठने वाला है. वहीं, लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने कहा है कि इजारइल के हमलों से पता चलता है कि उसे युद्ध विराम लाने के प्रयासों की कोई परवाह नहीं है.
इजराइल ने बेरूत के कुछ इलाके को खाली करने को कहा
हिज्बुल्लाह के मुख्यालय को निशाना बनाने के बाद इजराइली की सेना ने दक्षिण बेरूत के कुछ इलाके को खाली करने का आदेश दिया है. यह आदेश अल लैलाकी क्षेत्र में एक इमारत के साथ-साथ अल हादथ के पड़ोस में दो अन्य इमारतों से जुड़ा हुआ है. इजराइल ने तुरंत इमारतों को खाली करने का आदेश दिया है.
इजराइल हमले पर क्या बोले ईरान के सुप्रीम लीडर
इजराइल के हमले के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई का बयान भी सामने आया है. खामेनेई ने कहा कि लेबनान में हमले के बाद इजराइल की क्रूरता एक बार फिर से उजागर हुई है. इजराइल को यह समझ नहीं आया है कि महिलाओं और बच्चों की हत्या से प्रतिरोध पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. क्षेत्र में संपूर्ण प्रतिरोध मोर्चा हिज्बुल्लाह के साथ खड़ा है. अंत में जीत हिज्बुल्लाह की होगी. इजराइल ने जो मूर्खतापूर्ण नीति गाजा में अपनाई थी उसे लेबनान में अपना रहा है.
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