ऐसे हालात में यूक्रेन आने की कल्पना नहीं की थी: पीएम मोदी ने जेलेंस्की से साझा की 10 महत्वपूर्ण बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक दिवसीय यूक्रेन दौरे के दौरान राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ गहराई से बातचीत की और दोनों देशों के बीच चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य भारत-यूक्रेन संबंधों को मजबूत करना और यूक्रेन में शांति की स्थापना को प्रोत्साहित करना था।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा के दौरान जेलेंस्की से कई महत्वपूर्ण बातें साझा की, जो निम्नलिखित हैं:
- यूक्रेन दौरे की अप्रत्याशितता: मोदी ने कहा कि 2021 में यूक्रेन आने का निमंत्रण मिला था, लेकिन इस कठिन समय में यूक्रेन आना उन्होंने कभी कल्पना नहीं की थी।
- भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी: उन्होंने यूक्रेन-रूस युद्ध की शुरुआत में भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकासी में मदद के लिए यूक्रेन का आभार जताया।
- शांति का संदेश: मोदी ने स्पष्ट किया कि वे शांति का संदेश लेकर यूक्रेन आए हैं और व्यक्तिगत रूप से भी शांति की दिशा में कोई भी कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
- भारत की स्थिति: उन्होंने बताया कि भारत न्यूट्रल नहीं है, बल्कि शांति का पक्षधर है।
- बच्चों की शहादत पर संवेदना: मोदी ने यूक्रेन में बच्चों की शहादत वाली जगहों को देखकर गहरी संवेदना प्रकट की।
- पुतिन के साथ की गई बातचीत: उन्होंने मीडिया के सामने पुतिन से आंख मिलाकर कहा था कि यह समय युद्ध का नहीं है।
- बुद्ध की धरती का संदर्भ: मोदी ने कहा कि हम बुद्ध की धरती से आए हैं, और शांति की ओर अग्रसर होना हमारा उद्देश्य है।
- मानवीय सहायता और युद्ध से दूर रहना: उन्होंने भारत के दो दृष्टिकोण बताए - पहला मानवीय सहायता और दूसरा युद्ध से दूर रहना।
- भारत की समर्थन की पुष्टि: पीएम मोदी ने कहा कि भारत हमेशा मानवीय सहायता के लिए यूक्रेन के साथ खड़ा रहेगा।
- ऐतिहासिक यात्रा: मोदी ने अपनी यात्रा को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि वे भारत-यूक्रेन मित्रता को और गहरा करने के उद्देश्य से आए हैं और यूक्रेन की सरकार और लोगों को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद दिया।
इसके अतिरिक्त, भारत और यूक्रेन ने चार प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जो निम्नलिखित हैं:
- मानवीय सहायता: आपसी समर्थन और आपातकालीन सहायता के लिए समझौता।
- कृषि: कृषि प्रौद्योगिकी और संसाधनों के आदान-प्रदान के लिए सहयोग।
- खाद्य उद्योग: खाद्य सुरक्षा और आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ करने के लिए समझौता।
- चिकित्सा और दवाइयाँ: चिकित्सा और औषधि क्षेत्र में सहयोग और विकास के लिए समझौता।
इस दौरे से स्पष्ट है कि भारत और यूक्रेन के बीच संबंधों को नई दिशा देने की दिशा में यह कदम एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।
0 टिप्पणियाँ