क्या भारत में टेलीग्राम पर बैन लग सकता है? जानें इसके सीक्रेट चैट ऑप्शंस

क्या भारत में टेलीग्राम पर बैन लग सकता है? जानें इसके सीक्रेट चैट ऑप्शंस

क्या भारत में टेलीग्राम पर बैन लग सकता है? जानें इसके सीक्रेट चैट ऑप्शंस

तकनीक के विकास ने मानवीय संवाद के तरीके को पूरी तरह बदल दिया है। पहले पत्र-चिट्ठी और लिफाफे के जरिए संवाद किया जाता था, लेकिन अब हम तुरंत संदेश भेजने के लिए चैट ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं। एसएमएस और एमएमएस के बाद वॉट्सऐप ने इस क्षेत्र में क्रांति ला दी। वॉट्सऐप की सुविधा ने लोगों की संवाद की आदतों को बदल दिया और उसे गोपनीयता की एक नई परिभाषा दी। हालांकि, इसके बाद वॉट्सऐप पर गोपनीयता को लेकर सवाल उठने लगे, और इसके साथ ही टेलीग्राम जैसे नए विकल्प उभरकर सामने आए।

हाल ही में टेलीग्राम के CEO पावेल ड्यूरोव की पेरिस में गिरफ्तारी ने इस ऐप को फिर से सुर्खियों में ला दिया है। पावेल ड्यूरोव पर आरोप है कि उन्होंने टेलीग्राम का इस्तेमाल बाल यौन शोषण सामग्री और मादक पदार्थों की तस्करी के लिए किया। हालांकि, पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है, लेकिन इस मामले ने टेलीग्राम की सुरक्षा और उसकी गोपनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप यह भी है कि ड्यूरोव ने जांचकर्ताओं के साथ जानकारी और दस्तावेज़ साझा करने में सहयोग नहीं किया और टेलीग्राम का उपयोग धोखाधड़ी और अपराध के लिए हो रहा है, जिसमें शामिल हैं एक्सटॉर्शन और जुआ। पावेल की गिरफ्तारी के बाद, टेलीग्राम सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा और चर्चा यह भी होने लगी कि क्या भारत सरकार इस ऐप को बैन करने पर विचार कर सकती है।

भारत में टेलीग्राम के 50 लाख से अधिक यूजर्स हैं। यदि इस ऐप को बैन किया जाता है, तो यह लाखों उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ी समस्या पैदा कर सकता है। भारत में पहले भी कई ऐप्स पर बैन लग चुका है, जैसे कि टिकटॉक और वीचैट। टिकटॉक के बैन के बाद, उपयोगकर्ता इंस्टाग्राम और यूट्यूब शॉर्ट्स की ओर शिफ्ट हो गए थे, लेकिन उन लोगों के लिए जो टिकटॉक से अपनी कमाई करते थे, यह एक बड़ी समस्या थी। इसी प्रकार, अगर टेलीग्राम पर बैन लगाया गया, तो यह लाखों यूजर्स के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।

टेलीग्राम की ओर से इन आरोपों को लेकर बयान आया है कि ऐप का मॉडरेशन उद्योग के मानकों के अनुसार है और लगातार इसमें सुधार भी हो रहा है। इस प्लेटफॉर्म का उपयोग दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोग कर रहे हैं। टेलीग्राम के कुछ विशेष फीचर्स हैं, जैसे कि सीक्रेट चैट और फ़ोटो की उच्च गुणवत्ता, जो इसे वॉट्सऐप से अलग बनाते हैं। टेलीग्राम उपयोगकर्ताओं को सीक्रेट चैट का ऑप्शन देता है, जिसमें संदेश कुछ सेकंड या मिनटों के बाद खुद-ब-खुद गायब हो जाते हैं। इसके अलावा, उपयोगकर्ता एक ही अकाउंट पर एक से अधिक प्रोफाइल फोटो भी लगा सकते हैं, और अपने नंबर को छुपाकर रख सकते हैं।

हालांकि, टेलीग्राम की सुरक्षा में खामियों और विवादों के बावजूद, यह एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म बना हुआ है। यह ऐप रूस, यूक्रेन और पूर्व सोवियत गणराज्यों में महत्वपूर्ण सूचना का एक स्रोत बन चुका है, और यह ऐप दुनिया भर में सक्रिय रूप से उपयोग किया जाता है। पावेल ड्यूरोव का दावा है कि दुनियाभर में इस ऐप के 950 मिलियन से ज्यादा यूजर हैं, जो इसे एक प्रमुख मैसेजिंग प्लेटफॉर्म बनाते हैं।

भारत में टेलीग्राम के बैन के संभावित प्रभाव को लेकर विशेषज्ञों की राय भी काफी महत्वपूर्ण है। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ जितेन जैन का कहना है कि टेलीग्राम को सिर्फ इसलिए बैन नहीं किया जा सकता कि वह कानून प्रवर्तन के साथ पूरी तरह से सहयोग नहीं कर रहा है। उनके अनुसार, यह एक बड़ी चुनौती है और इसे समाधान के रूप में देखने की बजाय, संपूर्ण कानून प्रवर्तन प्रणाली को बेहतर बनाने की आवश्यकता है। जैन ने कहा कि सभी ऐप्स, चाहे वो व्हॉट्सऐप, सिग्नल या टेलीग्राम हों, कानून का पालन नहीं कर रहे हैं, और इस मुद्दे का समाधान केवल एक ऐप को बैन करने से नहीं होगा।

अमित दुबे, एक और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ, ने कहा कि टेलीग्राम का इस्तेमाल अवैध और पेटेंट कंटेंट के लिए हो रहा है, और कई अपराधी इसका उपयोग कर रहे हैं। उनका कहना है कि टेलीग्राम को अपराधियों की पहचान करने के लिए जानकारी प्रदान करनी चाहिए, और अगर यह समय पर जानकारी नहीं देता है, तो बैन की संभावना बढ़ सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि अन्य चैटिंग ऐप्स जैसे जंगी और वीचैट भी इसी तरह के अपराधों में इस्तेमाल होते हैं, और पुलिस के लिए इन ऐप्स पर नजर रखना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

भारत में पहले भी कई ऐप्स को बैन किया जा चुका है। जैसे कि 2020 में टिकटॉक, यूसी ब्राउज़र, शेयर इट, हेलो, लाइकी और वीचैट को बैन किया गया। फरवरी 2022 में 54 मोबाइल ऐप्स पर बैन लगाया गया, जिसमें पबजी और लिविक जैसे गेमिंग ऐप्स शामिल थे। इन बैन के बाद उपयोगकर्ता अन्य विकल्पों की ओर बढ़ जाते हैं, लेकिन इससे पहले वाले प्लेटफॉर्म से उनकी पुरानी आदतें और सुविधाएं प्रभावित होती हैं।

टेलीग्राम की विवादास्पद स्थिति और इसके खिलाफ उठाए गए कदमों के बावजूद, इसका उपयोग व्यापक पैमाने पर हो रहा है। यह ऐप खासकर उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो गोपनीयता की परवाह करते हैं और जो अपने संवाद को सुरक्षित रखना चाहते हैं। टेलीग्राम की सीक्रेट चैट फीचर और उच्च गुणवत्ता वाली फ़ोटो साझा करने की क्षमता इसे अन्य चैटिंग प्लेटफॉर्म्स से अलग बनाती है। इसके अलावा, उपयोगकर्ताओं को अपना नंबर छुपाने का विकल्प देना और एक ही अकाउंट पर कई प्रोफाइल फोटो लगाने की सुविधा इसे विशेष बनाती है।

हालांकि, टेलीग्राम पर अपराध और धोखाधड़ी की रिपोर्टें भी आती रही हैं, और यह सही है कि इस ऐप का उपयोग कुछ अपराधी गतिविधियों के लिए हो रहा है। लेकिन इस मुद्दे को केवल टेलीग्राम तक सीमित नहीं रखा जा सकता। अन्य चैटिंग ऐप्स भी इसी तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं, और इसलिए यह आवश्यक है कि एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया जाए।

भारतीय सरकार और अन्य देशों की सरकारें इस ऐप के खिलाफ क्या कदम उठाती हैं, यह देखने योग्य होगा। यदि टेलीग्राम पर बैन लगाया जाता है, तो यह लाखों यूजर्स के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है, जो इस ऐप के माध्यम से अपने संवाद और सूचना का आदान-प्रदान करते हैं। इस संदर्भ में, यह महत्वपूर्ण है कि सरकारें और संबंधित एजेंसियां प्रभावी नीतियाँ बनाएं और सुनिश्चित करें कि सभी प्लेटफॉर्म्स कानून का पालन करें, ताकि उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

टेलीग्राम के इतिहास और इसके प्रमुख फीचर्स की चर्चा के साथ-साथ इसके भविष्य को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। क्या यह ऐप अपने विवादों को पार कर पाएगा और आगे भी अपनी लोकप्रियता बनाए रखेगा? या इसे बैन कर दिया जाएगा और इसके उपयोगकर्ता अन्य विकल्पों की ओर शिफ्ट हो जाएंगे? यह प्रश्न समय के साथ स्पष्ट होगा, लेकिन वर्तमान में टेलीग्राम एक महत्वपूर्ण मंच बना हुआ है, जो अपने यूजर्स को विभिन्न सुविधाएँ और विकल्प प्रदान करता है।

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