सुनीता विलियम्स को स्पेस में छोड़कर लौटा Boeing Starliner: क्या 33 हजार करोड़ का सपना डूबेगा?
बोइंग स्टारलाइनर, जो अपने लॉन्च के समय से ही तकनीकी समस्याओं का सामना कर रहा था, आखिरकार पृथ्वी पर सुरक्षित लैंड कर चुका है। हालांकि, जून में इसकी अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) की यात्रा के दौरान दो नासा के अंतरिक्ष यात्री, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, अभी भी स्पेस स्टेशन पर मौजूद हैं। स्टारलाइनर की रिटर्न फ्लाइट में इन अंतरिक्ष यात्रियों को बिठाने का निर्णय नासा ने तकनीकी समस्याओं की वजह से नहीं लिया।
स्टारलाइनर की मुश्किलों की कहानी
स्टारलाइनर प्रोजेक्ट की कुल लागत 4.2 बिलियन डॉलर, यानी लगभग 33 हजार करोड़ रुपये है। यह डील नासा और बोइंग के बीच 2014 में हुई थी। इसका उद्देश्य था एक ऐसा स्पेसक्राफ्ट तैयार करना, जो अंतरिक्ष यात्रियों को ISS तक पहुंचा सके और सुरक्षित वापसी सुनिश्चित कर सके। हालांकि, परियोजना के शुरुआती चरण में ही कई तकनीकी समस्याएं उभर कर आईं, जिनमें थ्रस्टर्स की विफलता और हीलियम गैस लीक शामिल हैं।
इन समस्याओं के कारण, स्टारलाइनर की रिटर्न फ्लाइट को विलंबित कर दिया गया। नासा ने किसी भी जोखिम से बचने के लिए स्पेसएक्स के क्रू-9 मिशन का चयन किया, जो अब ISS पर उपस्थित अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के लिए जिम्मेदार होगा।The #Starliner spacecraft is back on Earth.
— NASA Commercial Crew (@Commercial_Crew) September 7, 2024
At 12:01am ET Sept. 7, @BoeingSpace’s uncrewed Starliner spacecraft landed in White Sands Space Harbor, New Mexico. pic.twitter.com/vTYvgPONVc
स्पेसएक्स बनाम बोइंग: एक तुलनात्मक विश्लेषण
स्पेसएक्स और बोइंग दोनों कंपनियों के बीच एक महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धा है। स्पेसएक्स, जिसे एलन मस्क ने स्थापित किया था, को 2.6 बिलियन डॉलर (लगभग 21,800 करोड़ रुपये) का कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त हुआ था। इसके विपरीत, बोइंग को 4.2 बिलियन डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट मिला। स्पेसएक्स ने कई सफल मानव मिशन ISS के लिए संचालित किए हैं, जबकि बोइंग के स्टारलाइनर को अभी पहली बार ही चुनौती का सामना करना पड़ा है।स्पेसएक्स के मिशनों ने उच्च मानक स्थापित किए हैं, जबकि बोइंग की स्टारलाइनर की शुरुआती विफलता ने कंपनी को शर्मिंदगी का सामना कराया है। स्टारलाइनर का पहला मानव मिशन असफल रहने के बाद, इसके भविष्य पर सवाल उठने लगे हैं।
स्टारलाइनर की सफल लैंडिंग और भविष्य की योजनाएं
स्टारलाइनर की लैंडिंग सफल रही, जो कि एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। न्यू मैक्सिको के व्हाइट सैंड्स स्पेस हार्बर में इसने सफलतापूर्वक लैंडिंग की, जिससे यह सिद्ध होता है कि अंतरिक्ष यात्री की सुरक्षा के मामले में स्टारलाइनर सक्षम है। हालांकि, इसके बावजूद नासा ने भविष्य में किसी भी प्रकार के जोखिम से बचने के लिए स्पेसएक्स के क्रू-9 मिशन को प्राथमिकता दी है।नासा में कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के मैनेजर स्टीव स्टिच ने कहा कि अगर मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्री साथ होते, तो लैंडिंग और भी सुरक्षित होती। हालांकि, तकनीकी खामियों के चलते स्टारलाइनर को चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, और भविष्य में इसके मिशनों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
स्टारलाइनर-1: अगले मिशन की तैयारी
स्टिच ने आगामी स्टारलाइनर फ्लाइट को "स्टारलाइनर-1" नाम दिया है। यदि नासा इस स्पेसक्राफ्ट को चार अंतरिक्ष यात्रियों के साथ ISS तक ले जाने और वापस लाने के लिए सर्टिफाई करता है, तो यह पहला ऑपरेशनल मिशन होगा। बोइंग ने इस मिशन के लिए आवश्यक सुधारों और बदलावों की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विशेष रूप से, थ्रस्टर्स को गर्म होने से बचाने के लिए इंजीनियरिंग टीम को नियुक्त किया गया है।इस सुधार के लिए टेस्ट फ्लाइट के दौरान एकत्रित डेटा का गहन अध्ययन किया जाएगा। इंजीनियर्स को परीक्षण के परिणामों के आधार पर सुधारात्मक उपाय तय करने होंगे, ताकि भविष्य के मिशनों में कोई तकनीकी विफलता न हो।
स्टारलाइनर की रिटर्न फ्लाइट का विवरण
स्टारलाइनर की रिटर्न फ्लाइट में स्पेसक्राफ्ट के क्रू कैप्सूल सेक्शन पर 12 थ्रस्टर्स की टेस्ट फायरिंग की गई। एक थ्रस्टर ने काम नहीं किया, लेकिन इससे कोई समस्या नहीं उत्पन्न हुई क्योंकि दो रिडंडेंट सिस्टम थे, प्रत्येक में छह थ्रस्टर्स शामिल थे। जो थ्रस्टर फायर नहीं हुआ, वह किसी तकनीकी कारण से कभी फायर ही नहीं हुआ था।एटमॉस्फेयर में री-एंट्री के दौरान, रिडंडेंट थ्रस्टर ने अपनी जिम्मेदारी पूरी की और स्टारलाइनर को सुरक्षित रखा। फ्लाइट कंट्रोलर्स ने सर्विस मॉड्यूल पर भी 10 थ्रस्टर्स फायर किए, और सभी सिस्टम अपेक्षित तरीके से काम कर रहे थे। स्टारलाइनर ने ऑर्बिट से बाहर निकलते हुए लगभग एक मिनट तक बड़े थ्रस्टर्स का उपयोग किया और उसके बाद सर्विस मॉड्यूल को हटा दिया। क्रू कैप्सूल ने पृथ्वी के वायुमंडल में री-एंट्री की और चिहुआहुआन रेगिस्तान में सुरक्षित लैंडिंग की।
Expedition 72 मिशन और भविष्य की उड़ानें
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अभी भी ISS पर हैं। इनकी वापसी स्पेसएक्स के क्रू-9 मिशन के तहत की जाएगी, और ये दोनों क्रू-9 के चालक दल के पूर्ण सदस्य बनेंगे। नासा के चालक दल के रोटेशन मिशन को "Expedition" कहा जाता है, और वर्तमान में विलियम्स और विल्मोर Expedition 72 का हिस्सा हैं।इस महीने के अंत में, नासा के निक हेग और रूस के अलेक्जेंडर गोरबुनोव स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल में ISS के लिए उड़ान भरेंगे। ये दोनों भी Expedition 72 के हिस्से के रूप में काम करेंगे।विलियम्स और विल्मोर को अगले साल पृथ्वी पर वापस लाने के लिए क्रू ड्रैगन स्पेसक्रॉफ्ट में दो सीटों की जरूरत होगी। इसलिए, नासा ने Expedition 72 के लिए चुने गए दो अन्य अंतरिक्ष यात्रियों, जेना कार्डमैन और स्टेफनी विल्सन, को क्रू-9 मिशन से हटा दिया है।
बोइंग स्टारलाइनर की यात्रा के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके सफल लैंडिंग ने इसे एक संभावित भविष्य के लिए उम्मीद दी है। नासा और बोइंग को अब अगले मिशनों के लिए आवश्यक सुधारों और तकनीकी समाधान पर ध्यान केंद्रित करना होगा। स्पेसएक्स की सफलताओं के संदर्भ में, बोइंग को अपनी रणनीतियों में बदलाव कर निरंतर सुधार की दिशा में काम करना होगा ताकि भविष्य में स्टारलाइनर मिशन भी सफलता की नई ऊंचाइयों को छू सके।
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