
बीबीए-बीसीए कोर्स में छात्र कमी का सामना कर रहा डूंगर कॉलेज: 60 सीटों पर सिर्फ 15 विद्यार्थी
बीकानेर प्रदेश में 33 कॉलेजों में बीबीए और 7 में बीसीए कोर्स शुरू करने की बजट घोषणा की पालना कराने में इन कॉलेजों के प्रबंधन को जोर आ रहा है। इसी शिक्षा सत्र में यह कोर्स देरी से शुरू किया होने से एआईसीटीई के पास कॉलेज आवेदन नहीं कर पाए है। साथ ही कॉलेजों में बीबीए-बीसीए पढ़ने और पढ़ाने वालों की परेशानी आ रही है। कॉलेजों में दो-तीन बार आवेदन की तिथि बढ़ाने के बाद भी सीटें नहीं भरी है। विद्यार्थियों को पढ़ाने वाली योग्य फैकल्टी भी नहीं मिल रही है।बीकानेर संभाग के सबसे बड़े राजकीय डूंगर कॉलेज में बीबीए की 60 सीटों पर महज 15 विद्यार्थियों ने ही प्रवेश के लिए आवेदन किया है। इसी तरह के हालात प्रदेश के अन्य कॉलेजों के है। हालांकि कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय ने एक दिन पहले नए खोले बीबीए-बीसीए विषय की फैकल्टी विद्या सम्बल योजना के तहत लेने की अनुमति जरूर जारी कर दी है। परन्तु अभी कॉलेजों में फैकल्टी रखी जानी है।
तकनीकी बनाम एकेडमिक
सरकार ने सरकारी एकेडमिक कॉलेजों में बीबीए-बीसीए कोर्स तो शुरू कर दिए लेकिन इन कोर्स को करवाने और परीक्षा आयोजित करने सहित कई तरह की तकनीकी दिक्कतें भी है। कॉलेजों में अन्य विषयों व संकायों की पढ़ाई और परीक्षा का आयोजन तो क्षेत्राधिकार वाले एकेडमिक विश्वविद्यालय करवा रहे है। बीबीए-बीसीए तकनीकी विषय होने से अभी तकनीकी विश्वविद्यालय के अधीन इंजीनियरिंग कॉलेज करवा रहे थे। सरकार ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) से अनुमति लेकर कॉलेजों में कोर्स शुरू करने के निर्देश दे रखे है। परन्तु इस सत्र के लिए एआईसीटी का पोर्टल बंद हो चुका है। राज्य सरकार ने एआईसीटीई को पत्र भेजकर पोर्टल दुबारा खोलने का आग्रह किया है।
पहला सत्र ऐसे में कुछ समय लगेगा
कॉलेज में बीबीए और बीसीए का यह पहला सत्र है। शुरुआत में कुछ दिक्कतें आती है। बीसीए व बीसीए के लिए योग्यता गेस्ट फैकल्टी रखी जाएगी। अभी प्रवेश चल रहे है, ऐसे में प्रचार-प्रसार कर रहे है। पीटीईटी भवन में कंप्यूटर लैब भी बनाएंगे। एआईसीटीई पोर्टल की दिक्कत के समाधान के लिए सरकार प्रयास कर रही है, समाधान हो जाएगा।-डॉ. राजेंद्र पुरोहित, प्राचार्य, राजकीय डूंगर कॉलेज बीकानेर
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