हिजबुल्लाह की टॉप लीडरशिप का समापन नसरल्लाह की मौत से इजराइल की बड़ी सफलता

हिजबुल्लाह की टॉप लीडरशिप का समापन नसरल्लाह की मौत से इजराइल की बड़ी सफलता

हिजबुल्लाह की टॉप लीडरशिप का समापन नसरल्लाह की मौत से इजराइल की बड़ी सफलता

मिडिल ईस्ट इस वक्त बेहद भीषण संघर्ष का सामना कर रहा है. एक ओर गाजा में एक साल से युद्ध जारी है तो वहीं दूसरी ओर लेबनान में करीब 10 दिनों से जारी जंग ने देश को तबाही के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है.इन सबके बीच शुक्रवार को हुए इजराइली हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत हो चुकी है. इजराइली सेना के बाद अब हिजबुल्लाह ने भी अपने चीफ सैयद हसन नसरल्लाह के मारे जाने की पुष्टि कर दी है.हसन नसरल्लाह बीते करीब 3 दशक से हिजुल्लाह चीफ था, वह शिया धर्मगुरु और ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई का बेहद करीबी था. आखिरी बार वह 19 सितंबर को दुनिया के सामने आया, लेबनान में हुए पेजर्स और वॉकी-टॉकी धमाकों के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराते हुए नसरल्लाह ने इसे ‘एक्ट ऑफ वॉर’ बताया था.

इजराइल के दोनों दुश्मन फिनिश!

नरसल्लाह की मौत हिजबुल्लाह के लिए बहुत बड़ा झटका मानी जा रही है क्योंकि इसकी टॉप लीडरशिप में सिर्फ नसरल्लाह ही बचा था, बाकी के सभी कमांडर्स और लीडर्स पहले ही मारे चुके हैं. इजराइली डिफेंस फोर्स ने X पर एक तस्वीर पोस्ट की गई जिसके मुताबिक हिजबुल्लाह की पहली पंक्ति के तमाम लीडर्स एलिमिनेट यानी खत्म किए जा चुके हैं.वहीं दूसरी ओर हमास चीफ इस्माइल हानिया की मौत ने संगठन की कमर तोड़ दी है, पहले ही इसके सैकड़ों लड़ाके इजराइली हमले में मारे जा चुके थे वहीं जुलाई में हुई हानिया की मौत से संगठन को बड़ा धक्का लगा. भले ही याह्या सिनवार को हमास की कमान सौंप दी गई हो लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं है. यहां तक की इजराइली एजेंसियां तो इस बात की भी पड़ताल कर रहीं हैं कि कहीं सिनवार भी इजराइली हमले में मारा तो नहीं गया?कुल मिलाकर इजराइल के बड़े दुश्मनों का खात्मा हो चुका है. हमास और हिजबुल्लाह के लिए अब दोबारा संगठित और मजबूत होना उतना आसान नहीं होगा क्योंकि इजराइल उन्हें ये मौका ही नहीं देने वाला. ऐसे में क्या ये माना जाए कि दोनों बड़े दुश्मनों का सफाया होने के साथ ही इस जंग में इजराइल की जीत हो चुकी है?

नेतन्याहू ने किया था जीत का दावा

शुक्रवार को ही संयुक्त राष्ट्र महासभा में नेतन्याहू ने जीत का दावा किया था, उन्होंने कहा कि मेरे पास इस सभा और इस हॉल के बाहर की दुनिया के लिए एक और संदेश है कि हम जीत रहे हैं.नेतन्याहू ने UNGA में कहा कि उनका देश शांति चाहता है और शांति स्थापित करके रहेगा. नेतन्याहू की स्पीच खत्म होने के करीब एक घंटे बाद लेबनान में घातक हमला हुआ जिसमें हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह मारा गया. कहा जा रहा है कि स्पीच देने के बाद नेतन्याहू ने न्यूयॉर्क से ही इस हमले की मंजूरी दी थी.

इजराइल पर हमले के लिए ईरान जिम्मेदार!

इजराइली प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका देश 7 मोर्चों पर युद्ध झेल रहा है. नेतन्याहू ने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने इजराइल में घुसकर सैकड़ों लोगों को मार डाला, इसके अगले दिन से हिजबुल्लाह ने भी लेबनान की ओर हमले करने शुरू कर दिए. यही नहीं यमन से हूती विद्रोहियों ने भी इजराइल को निशाना बनाया इसके अलावा इराक और सीरिया में मौजूद ईरान समर्थित शिया मिलिशिया ने पिछले साल दर्जनों बार इजराइल पर हमले किए.नेतन्याहू ने कहा कि ईरान की शह पाकर यहूदिया और सामरिया में फिलिस्तीनी आतंकवादियों ने भी इजराइल पर कई हमले किए. यही नहीं अप्रैल में पहली बार, ईरान ने अपने ही क्षेत्र से इजराइल पर सीधा हमला किया. नेतन्याहू ने कहा कि मेरे पास तेहरान के लिए एक संदेश है कि अगर आप हम पर हमला करेंगे, तो हम आप पर हमला करेंगे. नेतन्याहू ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि ईरान में कोई जगह नहीं है जहां इजराइल पहुंच न सके और यह पूरे मध्य पूर्व के लिए सच है.

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