मोदी ने कहा: भारत रुकने वाला नहीं, न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों के लिए नया संदेश।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में न्यूयॉर्क के नासाऊ कोलिजियम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। यह कार्यक्रम भारतीय समुदाय के लिए एक विशेष अवसर था, जिसमें पीएम ने भारतीय संस्कृति, विकास, और वैश्विक पहचान पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने प्रवासी भारतीयों की भूमिका को भी महत्व दिया और उनकी उपलब्धियों की सराहना की।
नमस्ते: लोकल से ग्लोबल
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत भारतीय अभिवादन "नमस्ते" से की। उन्होंने कहा, "अब हमारा नमस्ते भी लोकल से ग्लोबल हो गया है।" यह शब्द केवल एक अभिवादन नहीं, बल्कि भारतीयता का प्रतीक है। यह भारतीय संस्कृति की एक अनूठी पहचान है, जो हमें वैश्विक स्तर पर जोड़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि मां भारतीय ने जो हमें सिखाया है, उसे हम कभी नहीं भूल सकते। प्रवासी भारतीयों के अद्वितीय टैलेंट और उनकी सामाजिक एकता को उन्होंने सराहा।
#WATCH मोदी एंड यूएस कार्यक्रम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय प्रवासियों को संबोधित करने के लिए न्यूयॉर्क, लॉन्ग आइलैंड के नासाऊ कोलिज़ियम पहुंचे। pic.twitter.com/BRN9eT3gdO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 22, 2024
भारतीयों का टैलेंट
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीयों का कोई मुकाबला नहीं है। चाहे हम किसी भी देश में रहें, हमारी संस्कृति और मूल्य हमें एकजुट रखते हैं। उन्होंने यह बताया कि भारत में सैकड़ों भाषाएं और बोलियां हैं, लेकिन हम सभी एक परिवार की तरह जुड़े हुए हैं। यह भारतीयों की विशेषता है कि हम जहां भी जाते हैं, सभी को परिवार मानकर घुल-मिल जाते हैं।
पर्यावरण की सुरक्षा
प्रधानमंत्री ने पर्यावरण की सुरक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हम अपने लाइफ स्टाइल में थोड़े से बदलाव करके भी पर्यावरण की बहुत मदद कर सकते हैं।" इस संदर्भ में, उन्होंने "एक पेड़ मां के नाम" अभियान का उल्लेख किया, जिसमें हर व्यक्ति एक पेड़ लगाता है। यह अभियान भारत के हर कोने में फैल चुका है और इसके माध्यम से हम पर्यावरण को सुरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं।
भारत की वैश्विक भूमिका
पीएम मोदी ने वैश्विक स्तर पर भारत की बढ़ती भूमिका पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, "भारत की प्राथमिकता दुनिया में अपना दबाव बढ़ाने की नहीं, अपना प्रभाव बढ़ाने की है।" यह विचार हमारे सामर्थ्य और सहिष्णुता को दर्शाता है। उन्होंने ग्लोबल पीस, स्किल गैप, और इनोवेशन के लिए भारत की भूमिका को भी रेखांकित किया। भारत आज विश्व मंच पर एक महत्वपूर्ण आवाज बन रहा है।
शिक्षा और विकास
पिछले 10 वर्षों में भारत में शिक्षा के क्षेत्र में हुई प्रगति पर पीएम ने गर्व किया। उन्होंने कहा कि हर सप्ताह एक नई यूनिवर्सिटी और हर दिन दो नए कॉलेज खुल रहे हैं। यह दर्शाता है कि भारत शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने भारतीय शिक्षा प्रणाली में सुधारों की चर्चा की और बताया कि यह समय की आवश्यकता है।
ग्रीन एनर्जी और टेक्नोलॉजी
प्रधानमंत्री ने भारत की ग्रीन एनर्जी में प्रगति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से भारत ने अपनी सोलर एनर्जी की क्षमता को 30 गुना से अधिक बढ़ाया है। इसके साथ ही, भारत ने ग्रीन हाइड्रोजन और न्यूक्लियर एनर्जी में भी निवेश किया है। यह सब भारत की दीर्घकालिक ऊर्जा नीति को दर्शाता है।
सेमीकंडक्टर और टेक्नोलॉजी
पीएम मोदी ने सेमीकंडक्टर यूनिट के विकास का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, "वो दिन दूर नहीं जब आप मेड इंडिया चिप अमेरिका में भी देखेंगे।" यह भारत में रिफॉर्म के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भारत अब टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक नई पहचान बना रहा है और इसका वैश्विक प्रभाव बढ़ रहा है।
ई-वॉलेट और डिजिलॉकर
उन्होंने भारत में डिजिटल परिवर्तन के बारे में भी बात की। पीएम ने कहा कि आज भारतीयों के फोन में ई-वॉलेट है और डॉक्यूमेंट्स फिजिकल फोल्डर में नहीं, बल्कि डिजिलॉकर में होते हैं। यह डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ते कदम को दर्शाता है। भारत अब रुकने वाला नहीं है, बल्कि आगे बढ़ने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
मेट्रो और एयरपोर्ट्स का विकास
भारत के मेट्रो नेटवर्क के विकास की भी तारीफ की गई। 2014 तक भारत के केवल पांच शहरों में मेट्रो थी, लेकिन आज यह संख्या 23 तक पहुंच गई है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत का मेट्रो नेटवर्क अब दुनिया में दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा, 140 से अधिक शहरों में एयरपोर्ट हैं, जो भारत की विकास यात्रा को दर्शाते हैं।
5G और 6G तकनीक
पीएम मोदी ने भारत के 5G नेटवर्क पर गर्व किया और कहा कि भारत अब 6G पर काम कर रहा है। यह भारत की तकनीकी प्रगति और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है। यह सुनिश्चित करता है कि भारत भविष्य की तकनीकों में भी अग्रणी रहेगा।
आत्मविश्वास और विकास
पीएम मोदी ने भारतीयों में आत्मविश्वास की बात की। उन्होंने कहा, "भारत के लोगों में आत्मविश्वास है और एक संकल्प है मंजिल तक पहुंचने का।" उन्होंने यह भी बताया कि पिछले एक दशक में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। यह भारत के विकास की दिशा को दर्शाता है और यह दर्शाता है कि हर भारतीय इस विकास में भागीदार है।
लोकतंत्र की ताकत
पीएम मोदी ने भारत के लोकतंत्र की ताकत पर भी बात की। उन्होंने कहा कि भारत में हुआ चुनाव अब तक का सबसे बड़ा चुनाव था। जब हम भारत की डेमोक्रेसी का स्केल देखते हैं तो गर्व होता है। यह हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की मजबूती को दर्शाता है और यह दिखाता है कि भारतीय जनता ने अपने अधिकारों का प्रयोग किया है।
प्रवासी भारतीयों की भूमिका
प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों की भूमिका को भी महत्व दिया। उन्होंने कहा, "आप सभी मेरे लिए भारत के सबसे मजबूत ब्रांड एंबेसडर हैं।" प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे भारत की संस्कृति और मूल्य को वैश्विक स्तर पर फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
भारत और अमेरिका का संबंध
पीएम मोदी ने भारत और अमेरिका के संबंधों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने भारत की स्थायी सदस्यता की दावेदारी का समर्थन किया है। यह दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगा और हमारे सामरिक सहयोग को बढ़ाएगा।
आगामी कार्यक्रम
इस संबोधन के बाद, पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी हिस्सा लेंगे। वहां पर वे विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे और भारत की भूमिका को उजागर करेंगे। यह भारतीय विदेश नीति में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत को वैश्विक मंच पर मजबूती से प्रस्तुत करेगा।
भारतीयता की भावना
पीएम मोदी ने कहा कि हम किसी भी देश में रहें, हमारी भावना नहीं बदलती। "हम जिस समाज में रहते हैं वहां ज्यादा से ज्यादा योगदान करते हैं।" यह भावना हमें एकजुट रखती है और हमारी संस्कृति को सहेजती है। उन्होंने भारतीयता की भावना को बनाए रखने का आह्वान किया, जो हमें वैश्विक मंच पर मजबूती से खड़ा करती है।
विविधता में एकता
संबोधन में पीएम ने यह भी बताया कि भारतीय समाज में विविधता है, लेकिन यह विविधता हमें एकता की ओर ले जाती है। "कोई तमिल का है, कोई पंजाबी है, कई मराठी और गुजराती हैं। भाषा अनेक है, लेकिन भाव एक है।" यह भारतीय संस्कृति की सबसे बड़ी ताकत है।
प्रवासी भारतीयों की भूमिका
पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों को राष्ट्रदूत कहा और कहा कि वे भारत के सबसे मजबूत ब्रांड एंबेसडर हैं। उनका योगदान न केवल भारत के लिए, बल्कि उनकी आवासीय देशों के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह प्रवासी भारतीयों की मेहनत और संघर्ष को दर्शाता है।
भारतीय संस्कृति का प्रचार
पीएम ने भारतीय संस्कृति को वैश्विक स्तर पर फैलाने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों का योगदान न केवल भारत, बल्कि विश्व स्तर पर भारतीय संस्कृति के प्रचार में महत्वपूर्ण है। यह हमारी पहचान को मजबूत बनाता है और हमें एकजुट रखता है।
विकास की नई दिशा
प्रधानमंत्री ने विकास की नई दिशा को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हमें तीन गुना ताकत और तीन गुना गति के साथ आगे बढ़ना है। तीसरे टर्म में हमें बड़े लक्ष्य साधने हैं। यह विकास की नई सोच को दर्शाता है, जिसमें हर भारतीय भागीदार है।
भारतीयता का गर्व
पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि वे गर्व से अपने भारतीय होने का अनुभव करें। उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय की शक्ति और सामर्थ्य को समझना आवश्यक है। यह सभी के लिए एक प्रेरणा है, जो हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगी।
समाज में योगदान
पीएम मोदी ने समाज में योगदान देने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए। यह न केवल हमारे लिए, बल्कि हमारे आने वाली पीढ़ियों के लिए भी आवश्यक है।
भविष्य की योजना
प्रधानमंत्री ने भविष्य की योजनाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत की दृष्टि और योजनाएं स्पष्ट हैं। "हम अब अवसरों का इंतजार नहीं करते, हम अवसरों का निर्माण करते हैं।" यह एक नई सोच को दर्शाता है, जिसमें भारत का विकास प्राथमिकता है।
पीएम मोदी का व्यक्तिगत अनुभव
पीएम ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वे सालों-साल तक पूरे देश में घूमते रहे। उन्होंने बताया कि "जहां खाना मिला वहां खा लिया, जहां सोने के लिए मिला सो लिया।" यह उनके जीवन के संघर्षों को दर्शाता है और यह बताता है कि वे कितने निकटता से भारतीयों की समस्याओं को समझते हैं।
स्वतंत्रता का महत्व
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता के महत्व पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, "हम देश के लिए मर नहीं पाए, लेकिन हम देश के लिए जी सकते हैं।" यह उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो उन्होंने अपने देश के प्रति निभाई है।
लोकतंत्र का जश्न
भारत में लोकतंत्र के जश्न का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि यह एक अभूतपूर्व क्षण है। भारत के चुनावों ने वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है।
भारतीयता की ताकत
पीएम मोदी ने अंत में कहा कि भारतीयता की ताकत हमें हमेशा प्रेरित करती है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम एक ऐसे समाज का हिस्सा हैं जो एकता और विविधता का प्रतीक है।
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