शेयर बाजार की F&O ट्रेडिंग: लाभ की उम्मीद में निवेशकों ने गंवाए भारी पैसे।
शेयर बाजार में निवेश करना एक सामान्य और लाभकारी गतिविधि है, लेकिन फ्यूचर एंड ऑप्शन (F&O) में निवेश करने का विचार कई निवेशकों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। हाल ही में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की एक स्टडी रिपोर्ट ने इस मुद्दे पर कुछ चिंताजनक आंकड़े प्रस्तुत किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, लाखों निवेशकों ने पिछले तीन वर्षों में 1.8 लाख करोड़ रुपये का भारी नुकसान उठाया है। आइए, इस रिपोर्ट के प्रमुख पहलुओं पर नजर डालते हैं और समझते हैं कि क्यों F&O में निवेश करना एक जोखिम भरा कदम हो सकता है।
सेबी की रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
सेबी की रिपोर्ट में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट में 91 प्रतिशत व्यक्तिगत कारोबारियों को नुकसान हुआ। यह आंकड़ा बेहद चिंताजनक है क्योंकि 73 लाख व्यक्तिगत कारोबारियों को औसतन 1.2 लाख रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। इसके अलावा, 93 प्रतिशत कारोबारियों को तीन साल में लगभग दो लाख रुपये का नुकसान हुआ है।इस अवधि में कुल घाटा 1.8 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा, और अकेले 2023-24 में कारोबारियों को 75,000 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। यह स्पष्ट करता है कि F&O में निवेश करने वाले अधिकांश लोगों के लिए यह एक कठिनाई भरा सफर साबित हो रहा है।
युवा निवेशकों की स्थिति
एक दिलचस्प तथ्य यह है कि युवा निवेशकों की भागीदारी इस समय तेजी से बढ़ रही है। 30 वर्ष से कम आयु के कारोबारियों की संख्या वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 43 प्रतिशत हो गई है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 31 प्रतिशत थी। लेकिन, दुर्भाग्यवश, इनमें से 93 प्रतिशत युवा निवेशकों ने भी इस खंड में घाटा उठाया है। यह दर्शाता है कि युवा निवेशक भी जोखिम भरे निवेश से बचने में असफल हो रहे हैं।
जोखिम प्रबंधन और शिक्षा की आवश्यकता
सेबी ने इस रिपोर्ट के माध्यम से निवेशकों के लिए शिक्षा और जोखिम प्रबंधन की आवश्यकता को भी रेखांकित किया है। अच्छे बिजनेस प्लेटफॉर्म और कम लेन-देन लागत ने रिटेल निवेशकों को F&O में सक्रिय रूप से कारोबार करने की प्रेरणा दी है, लेकिन इसके साथ ही उन्हें अपने जोखिमों को समझने और प्रबंधित करने की आवश्यकता है। सेबी का कहना है कि शिक्षा और जोखिम प्रबंधन की गतिविधियों को बढ़ावा देना आवश्यक है, ताकि खुदरा कारोबारियों को नुकसान का सामना नहीं करना पड़े।
नुकसान उठाने वाले निवेशक
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि शीर्ष 3.5 प्रतिशत कारोबारियों ने सबसे अधिक नुकसान उठाया है, जिनका औसत घाटा 28 लाख रुपये है। इस स्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि F&O में निवेश करना एक उच्च जोखिम वाला खेल है, जहां केवल कुछ ही लोग लाभ कमाते हैं। इसके विपरीत, केवल 7.2 प्रतिशत निवेशकों ने लाभ कमाया, और इनमें से भी केवल 1 प्रतिशत ने एक लाख रुपये से अधिक का मुनाफा कमाने में सफलता पाई।
निवेश में सतर्कता
निवेशकों को चाहिए कि वे F&O में प्रवेश करने से पहले सतर्क रहें। यह जरूरी है कि वे अपनी वित्तीय स्थिति, जोखिम उठाने की क्षमता और बाजार की वर्तमान स्थिति को समझें। सही जानकारी और उचित रणनीति के बिना F&O में निवेश करना एक गलत निर्णय हो सकता है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का लाभ
इस रिपोर्ट में एक सकारात्मक बिंदु यह है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) और वित्तीय संस्थानों ने F&O सेगमेंट में लाभ कमाया है। FPIs ने 28,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है, जबकि वित्तीय संस्थानों ने 33,000 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। इससे यह स्पष्ट होता है कि पेशेवर निवेशक और संस्थागत निवेशक बाजार को बेहतर तरीके से समझते हैं और वे अपने निवेश को अधिक सफलतापूर्वक प्रबंधित कर सकते हैं।
0 टिप्पणियाँ