लखनऊ में सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन, बिना हेलमेट और सीट बेल्ट के खिलाफ अभियान शुरू

लखनऊ: अब सरकारी ऑफिसों में बिना हेलमेट-सीट बेल्ट वालों की एंट्री नहीं, घर से निकलने से पहले पढ़लें ये नियम 

लखनऊ में सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन, बिना हेलमेट और सीट बेल्ट के खिलाफ अभियान शुरू

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सड़क सुरक्षा को लेकर नए नियमों का पालन सख्ती से किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हालिया बैठक के बाद, सरकारी दफ्तरों में हेलमेट न पहनने और कार में सीट बेल्ट न लगाने पर कार्रवाई शुरू की गई है। इसके साथ ही एक और अहम कदम उठाते हुए, अब बिना हेलमेट के बाइक सवारों को पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल नहीं मिलेगा। इस नियम को “NO HELMET NO FUEL” के तहत लागू किया गया है, जो सड़क सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।सड़क सुरक्षा को लेकर जारी निर्देशों के अनुसार, स्कूलों के वाहन चालकों का चरित्र सत्यापन भी अनिवार्य किया गया है। अब, सभी स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके वाहन चालक अपराधी न हों और उनकी जांच सही तरीके से हो। इसके अलावा, किसी भी स्कूल वाहन को लेकर सड़क पर लापरवाही नहीं बरती जाएगी और वे अब चेक लिस्ट के अनुसार नियमित रूप से चेक किए जाएंगे।

इसके अतिरिक्त, अगर कोई बाइक सवार बिना हेलमेट के या कार में बिना सीट बेल्ट के दिखता है, तो उन्हें चौराहे पर रोककर गुलाब का फूल दिया जाएगा और सड़क सुरक्षा नियमों के पालन का आग्रह किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और उन्हें सड़क पर सुरक्षा उपायों का पालन करने के लिए प्रेरित करना है।स्कूली वाहनों की चेकिंग भी अब अधिक सख्ती से की जाएगी, और स्कूली वाहनों का चालान भी किया जाएगा। यह कदम बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।ये सभी नियम सड़क हादसों को कम करने के उद्देश्य से लागू किए गए हैं। हाल ही में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों पर चिंता जताई थी। इस फैसले का उद्देश्य नागरिकों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और दुर्घटनाओं से बचाव करना है। सड़क सुरक्षा को लेकर यह सख्त कदम एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

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