मोदी सरकार और बीजेपी की बैठकों के बाद का मंथन: क्या निकला प्रमुख निर्णय?
मोदी सरकार और बीजेपी संगठन में हलचल जारी है, जिसमें एक ओर तोहफों की घोषणा और दूसरी ओर संगठन के आंतरिक मुद्दों का समाधान किया जा रहा है। हाल के घटनाक्रम में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों के साथ एक विस्तृत बैठक की और सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली बड़ी समीक्षा की। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनमें प्रमुख था 12 इंडस्ट्रियल सिटी बनाने का प्रस्ताव, जिसका उद्देश्य रोजगार सृजन है।
मंत्रिपरिषद की बैठक में यह भी घोषणा की गई कि महाराष्ट्र और हरियाणा में इंडस्ट्रियल सिटी बनाई जाएंगी, जबकि ओडिशा, झारखंड, बंगाल, और छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाले तीन इंफ्रा रेलवे प्रोजेक्ट को भी मंजूरी दी गई। झारखंड में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं और महाराष्ट्र में चुनाव इस साल के अंत में होंगे। प्रधानमंत्री ने बैठक में महिलाओं और गरीबों के सामने आने वाली समस्याओं पर ध्यान देने की बात की और परफॉर्म, रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म, और इन्फॉर्म के नारे को दोहराया।
बीजेपी संगठन स्तर पर भी हलचल मची हुई है। खासकर हरियाणा चुनाव को लेकर पार्टी ने उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया को लेकर बैठक की। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और सुधा यादव जैसे नेताओं को भी बैठक में बुलाया गया। इंद्रजीत सिंह ने टिकट की दावेदारी को लेकर असंतोष जताया है और अपने समर्थकों के लिए कम से कम 7 टिकट की मांग की है।
संगठन और सरकार स्तर पर डैमेज कंट्रोल की भी कवायद चल रही है। हाल ही में, सरकार ने यूपीएससी में लेटरल एंट्री की नियुक्ति का लेटर वापस लिया था और ब्रॉडकास्ट बिल और वक्फ बिल को भी वापस ले लिया गया। बीजेपी संगठन ने कंगना रनौत के किसान आंदोलन पर दिए बयान पर आपत्ति जताते हुए चेतावनी दी है, ताकि पार्टी की छवि को नुकसान से बचाया जा सके।इस प्रकार, मोदी सरकार और बीजेपी संगठन दोनों ही अपने-अपने स्तर पर सामंजस्य बनाए रखने और आगामी चुनावों में अपनी स्थिति को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।
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