लखनऊ में बड़ा हादसा: शहीद पथ पर बिल्डिंग ढही, 5 की मौत, 28 घायल

UP: लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में गिरी बिल्डिंग, 5 की मौत, 20 से ज्यादा जख्मी

 लखनऊ में बड़ा हादसा: शहीद पथ पर बिल्डिंग ढही, 5 की मौत, 28 घायल

लखनऊ की राजधानी में शनिवार को एक गंभीर हादसा हुआ, जब शहीद पथ पर स्थित एक तीन मंजिला बिल्डिंग अचानक भरभराकर ढह गई। इस दुर्घटना में कई लोग मलबे के नीचे दब गए, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलते ही बचाव दल और एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा राहत बल) तथा एसडीआरएफ (राज्य आपदा राहत बल) की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। अब तक 28 घायलों को मलबे से निकाला गया है, जबकि पांच लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।

हादसा सरोजनी नगर थाना क्षेत्र के ट्रांसपोर्ट नगर के पास शहीद पथ पर स्थित एक पुरानी इमारत में हुआ। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, यह इमारत दवाईयों के कारोबार के लिए इस्तेमाल होती थी। घटना के समय इमारत के अंदर कई लोग मौजूद थे। भारी बारिश के कारण इमारत की संरचना कमजोर हो गई थी, जिससे वह अचानक ढह गई।घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति का तत्काल संज्ञान लिया। उन्होंने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए तैनात किया और अधिकारियों को मौके पर जाकर रेस्क्यू कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। सीएम योगी ने घायलों के उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी निर्देशित किया और स्थिति की समीक्षा करने के लिए मौके पर जाने की योजना बनाई।

प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, नगर निगम और पुलिस बल की टीमें भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गईं। मौके पर कई एंबुलेंस तैनात की गईं, जिनकी सहायता से घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया। फिलहाल, मलबे से लोगों को निकालने का काम जारी है। घटनास्थल पर कई दवाइयों के बक्से और अन्य सामान बिखरे हुए हैं, जो इमारत के भीतर होने वाले व्यापार को दर्शाते हैं।हरमिलाप टावर नामक इस इमारत की ढहने की वजह से आसपास के क्षेत्रों में भी चिंता का माहौल है। इमारत की आधी संरचना पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, जिससे क्षेत्र के लोग और व्यापारी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इस घटना ने यह भी सवाल खड़ा किया है कि क्या भवन निर्माण के मानकों और सुरक्षा उपायों का उचित पालन किया गया था।

प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है कि आखिरकार इस हादसे की मुख्य वजह क्या रही और भविष्य में ऐसी घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आश्वस्त किया है कि प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता दी जाएगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस हादसे ने न केवल लखनऊ बल्कि पूरे प्रदेश को एक महत्वपूर्ण सुरक्षा और निर्माण मानकों के पालन की याद दिलाई है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब बारिश के मौसम के कारण कई क्षेत्रों में पहले से ही भारी जलभराव और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो चुकी हैं।

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