राहुल गांधी का भावनात्मक संदेश: सीताराम येचुरी के साथ बिताए पल हमेशा याद रहेंगे


राहुल गांधी का भावनात्मक संदेश: सीताराम येचुरी के साथ बिताए पल हमेशा याद रहेंगे

राहुल गांधी का भावनात्मक संदेश: सीताराम येचुरी के साथ बिताए पल हमेशा याद रहेंगे

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी का गुरुवार को दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में निधन हो गया। उनकी मृत्यु की खबर ने न केवल उनके समर्थकों को बल्कि पूरे राजनीतिक जगत को गहरा शोक में डुबो दिया है। दिल्ली स्थित सीपीआई-एम के कार्यालय का झंडा उनके निधन के बाद आधा झुका दिया गया है, और उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने का सिलसिला लगातार जारी है।

राजनीतिक जगत का शोक

सीताराम येचुरी के निधन पर विभिन्न राजनीतिक हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने उन्हें एक सच्चे मित्र और देश की गहरी समझ रखने वाला नेता बताया। उन्होंने कहा, “सीताराम येचुरी जी एक मित्र थे और हमारे देश की गहरी समझ रखने वाले भारत के विचार के रक्षक थे। मुझे उन लंबी चर्चाओं की याद आएगी जो हम करते थे। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, दोस्तों और अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।”

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस दुखद समाचार पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “यह जानकर दुख हुआ कि सीताराम येचुरी का निधन हो गया है। मैं उन्हें एक अनुभवी सांसद के रूप में जानती थी और उनका निधन राष्ट्रीय राजनीति के लिए एक क्षति होगी। मैं उनके परिवार, मित्रों और सहकर्मियों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती हूं।”

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सीताराम येचुरी की विशेषताओं को उजागर करते हुए कहा कि वे एक अच्छे इंसान, बहुभाषी पुस्तक प्रेमी, और व्यावहारिक सोच वाले अटल मार्क्सवादी थे। उन्होंने कहा, “हमारा जुड़ाव तीन दशकों से अधिक समय तक चला और हमने विभिन्न अवसरों पर मिलकर काम किया। आप हमें बहुत जल्दी छोड़कर चले गए, लेकिन आपने सार्वजनिक जीवन को बहुत समृद्ध किया और आपको कभी नहीं भुलाया जाएगा।”

विभिन्न दलों की प्रतिक्रियाएं

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सीताराम येचुरी के निधन पर शोक जताया और कहा, “देश के वरिष्ठ राजनेता एवं सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी जी का निधन अत्यंत दुःखद है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो। भावभीनी श्रद्धांजलि!”

तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने इस बारे में अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “वरिष्ठ माकपा नेता सीताराम येचुरी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। हमारे राजनीतिक विचारधाराएं अक्सर टकराती रहती थीं, लेकिन पिछले कुछ सालों में मुझे विपक्ष की कई बैठकों में उनसे बातचीत करने का सौभाग्य मिला। उनकी सादगी, सार्वजनिक नीति की गहरी समझ और संसदीय मामलों में गहरी अंतर्दृष्टि वाकई उल्लेखनीय थी।”

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि वे एक तेजतर्रार वक्ता और फिर भी सौम्य सहयोगी थे। उन्होंने कहा, “मुझे पिछले एक दशक में उनके साथ मिलकर काम करने का अवसर मिला। यह क्षति व्यक्तिगत है। उनके परिवार और साथियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।”

पोलित ब्यूरो की प्रतिक्रिया

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के पोलित ब्यूरो ने सीताराम येचुरी के निधन पर एक आधिकारिक बयान जारी किया। पोलित ब्यूरो ने कहा, “महासचिव कॉमरेड सीताराम येचुरी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करता है। वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के शीर्ष नेता, वामपंथी आंदोलन के एक उत्कृष्ट नेता और एक प्रसिद्ध मार्क्सवादी विचारक थे। उनके मिलनसार स्वभाव के कारण, राजनीतिक स्पेक्ट्रम और जीवन के सभी क्षेत्रों में उनके दोस्तों की एक विस्तृत मंडली थी। उनकी राजनीतिक ईमानदारी और प्रतिबद्धता के लिए सभी उनका सम्मान करते थे। उनका असामयिक निधन सीपीआई(एम) के लिए एक बड़ा झटका है और वामपंथी, लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष ताकतों के लिए एक गंभीर क्षति है।”

श्रद्धांजलि समारोह

माकपा की ओर से जारी बयान के अनुसार, सीताराम येचुरी को सार्वजनिक श्रद्धांजलि सीपीआई(एम) मुख्यालय, एके गोपालन भवन, नई दिल्ली में 14 सितंबर को सुबह 11.00 बजे से दोपहर 3.00 बजे तक दी जाएगी। उनका पार्थिव शरीर वहां रखा रहेगा, और इसके बाद एम्स ले जाया जाएगा, जहां मेडिकल रिसर्च के लिए दान दे दिया जाएगा।सीताराम येचुरी के निधन से भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण और विचारशील नेता का स्थान रिक्त हो गया है। उनकी बुद्धिमत्ता, राजनीतिक अनुभव, और सार्वजनिक नीति की गहरी समझ को उनकी राजनीति में हमेशा याद रखा जाएगा।

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